दुर्गापुर में महिला तस्करी के आरोप में तीन गिरफ्तार

यह भी बताया गया कि प्रमाण पत्र नहीं भेजने पर उनकी बेटी का निबंधन कर लिया जायेगा। लड़की के पिता ने कुछ नहीं भेजा क्योंकि उन्हें संदेह था। उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया।

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Ankita Kumari Jaiswara
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 DURGAPUR

women trafficking in Durgapur

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : गलत उद्देश्यों से बंगाल के कई जिलों से अन्य राज्यों में युवतियों और छात्रों सहित कई महिलाओं की तस्करी के आरोप में पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर के बेनाचिती के पास धुंराप्लॉट के किराए के घर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक कल, बशीरहाट जिला पुलिस और दुर्गापुर पुलिस ने संयुक्त रूप से पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर के बेनाचिती के पास धुंराप्लॉट के किराए के घर से तीन लोगों को युवतियों और छात्रों सहित कई महिलाओं की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। दुर्गापुर औद्योगिक क्षेत्र के सेपको टाउनशिप के रंजन मुखोपाध्याय नामक व्यक्ति पर इस महिला तस्करी गिरोह का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। पुलिस सूत्र के मुताबिक, ढाई महीने पहले उत्तर 24 परगना के बशीरहाट के मिनाखान इलाके से एक अठारह वर्षीय छात्रा लापता हो गई थी। बशीरहाट पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। बशीरहाट थाने की पुलिस ने जांच शुरू की। इसी बीच लड़की के पिता को फर्जी वकील की पहचान से लड़की की शादी की रजिस्ट्री के लिए जन्म प्रमाण पत्र भेजने की जानकारी मिली। कथित तौर पर रंजन मुखर्जी ने खुद को वकील बताकर (फर्जी) लापता लड़की के पिता को फोन किया। यह भी बताया गया कि प्रमाण पत्र नहीं भेजने पर उनकी बेटी का निबंधन कर लिया जायेगा। लड़की के पिता ने कुछ नहीं भेजा क्योंकि उन्हें संदेह था। उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद छात्र का मोबाइल फोन भी बंद हो गया। जांच करने पर बशीरहाट जिला पुलिस ने कुछ दिन पहले मोबाइल लोकेशन ट्रैक किया तो दुर्गापुर के धुंराप्लॉट का नाम सामने आया। बशीरहाट जिला पुलिस की एक टीम पिछले सोमवार की रात लड़की के पिता के साथ दुर्गापुर में उपस्थित हुई। तलाश पिछले मंगलवार सुबह शुरू हुई। लंबे समय के बाद बशीरहाट जिला पुलिस ने मंगलवार दोपहर को दुर्गापुर थाने की पुलिस के साथ धुंरा प्लॉट के किराये के मकान में छापेमारी की। उस वक्त रंजन मुखर्जी किराये के मकान के अंदर थे। सेप्को टाउनशिप के निवासी रंजन मुखोपाध्याय ने कथित तौर पर पुलिस को खुद को मानवाधिकार के संयुक्त संपादक के रूप में पेश किया। बशीरहाट जिले के पुलिस अधिकारियों ने रंजन मुखोपाध्याय से पूछा कि लड़की कहां गई? उनसे कोई जवाब न मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना की जानकारी होते ही स्थानीय लोगों ने रंजन पर हमला कर दिया और पिटाई शुरू कर दी। प्रबीर दास नाम के एक अन्य स्थानीय व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया।  

सूत्रों के मुताबिक, यह रंजन मुखर्जी राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लड़कियों को गुमराह कर यह किराया घर लाता था। फिर कथित तौर पर उनकी शादी करा कर फिर इन किराये के मकानों से नवविवाहित जोड़ों की तस्करी कर अलग-अलग राज्यों में ले जाया जाता था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और मंगलवार की रात बशीरहाट जिला पुलिस उन्हें बशीरहाट ले गयी। 

बशीरहाट पुलिस ने यह भी कहा कि गिरफ्तार को पुलिस हिरासत में लेकर लड़की की तलाश की जायेगी। इधर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा इस बात की जांच की जा रही है कि इस चक्र में दुर्गापुर और उसके आसपास के इलाके का कोई व्यक्ति शामिल है या नहीं।